अमृत हिंदी पाठमाला श्रृंखला
यह श्रृंखला प्रवेशिका से कक्षा आठ तक के लिए हिंदी भाषा को व्याकरण सहित व रचनात्मक ढंग से सिखाने का प्रयास
मुख्य आकर्षण
• अमृत हिंदी पाठमाला पूरी तरह बाल केंद्रित है. पुस्तकों की रचना ‘पंचतंत्र’ की तरह है, जिसमें हर पाठ अगले पाठ के लिए आधार और जिज्ञासा की भूमिका तैयार करता है। हर अगले पाठ में पहले की जिज्ञासाओं का समाधान और विकास है। श्रृंखला की हर पुस्तक अगली पुस्तक का आधार और पिछली पुस्तक का विकास है।
• पाठों की सरचना और उनकी संख्या विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता एवं भाषा स्तर को ध्यान में रखकर की गयी है जो शिक्षण प्रक्रिया में सरलता से कठिनता के क्रमश: बढ़ती जाती है।
• रंगीन, क्रियात्मक एवं वैविध्यपूर्ण चित्र पाठों और उनके भावों को रुचिकर तरीके से प्रस्तुत करते हैं।
• पुस्तक श्रृंखला में सभी साहित्यिक विधाएँ — कविता, कहानी, नाटक, वर्णन, वार्तालाप, पात्र, चित्रकथा, पहेलियाँ, हास्य-व्यंग्य, और गीत आदि समुचित मानवीय नैतिक गुणों के साथ प्रयुक्त हैं।
• इस पाठमाला की संरचना एन. सी. ई. आर. टी. की नवीनतम पाठ्यचर्या को दृष्टि में रखकर की गयी है। इस पाठमाला में केंद्रीय हिंदी निदेशालय (भारत सरकार) द्वारा निर्धारित मानक देवनागरी लिपि एवं वर्तनी का प्रयोग किया गया है।
यह श्रृंखला प्रवेशिका से कक्षा आठ तक के लिए हिंदी भाषा को व्याकरण सहित व रचनात्मक ढंग से सिखाने का प्रयास
मुख्य आकर्षण
• अमृत हिंदी पाठमाला पूरी तरह बाल केंद्रित है. पुस्तकों की रचना ‘पंचतंत्र’ की तरह है, जिसमें हर पाठ अगले पाठ के लिए आधार और जिज्ञासा की भूमिका तैयार करता है। हर अगले पाठ में पहले की जिज्ञासाओं का समाधान और विकास है। श्रृंखला की हर पुस्तक अगली पुस्तक का आधार और पिछली पुस्तक का विकास है।
• पाठों की सरचना और उनकी संख्या विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता एवं भाषा स्तर को ध्यान में रखकर की गयी है जो शिक्षण प्रक्रिया में सरलता से कठिनता के क्रमश: बढ़ती जाती है।
• रंगीन, क्रियात्मक एवं वैविध्यपूर्ण चित्र पाठों और उनके भावों को रुचिकर तरीके से प्रस्तुत करते हैं।
• पुस्तक श्रृंखला में सभी साहित्यिक विधाएँ — कविता, कहानी, नाटक, वर्णन, वार्तालाप, पात्र, चित्रकथा, पहेलियाँ, हास्य-व्यंग्य, और गीत आदि समुचित मानवीय नैतिक गुणों के साथ प्रयुक्त हैं।
• इस पाठमाला की संरचना एन. सी. ई. आर. टी. की नवीनतम पाठ्यचर्या को दृष्टि में रखकर की गयी है। इस पाठमाला में केंद्रीय हिंदी निदेशालय (भारत सरकार) द्वारा निर्धारित मानक देवनागरी लिपि एवं वर्तनी का प्रयोग किया गया है।