श्रृंखला संपादक
पुस्तक के श्रृंखला संपादक डॉ० अवनीश कुमार ‘अकेला लब्ध-प्रतिष्ठित शिक्षाविद, बाल-साहित्य के प्रणेता एवं प्रबुद्ध साहित्यकार हैं। शिक्षा में नवाचार का समन्वय करने में इन्हें महारत हासिल है। बाल-साहित्य की विभिन्न विधाओं पर उनकी रचनाएँ अनेक पाठ्यपुस्तकों में प्रकाशित हो चुकी हैं। आपकी हिंदी एवं संस्कृत विषयों पर सभी कक्षाओं के लिए शताधिक पाठ्यपुस्तकें एवं सहायकपुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
प्रधान संपादिका
पुस्तक की प्रधान संपादिका कुसुम अग्रवाल दिल्ली प्रशासन के विद्यालय की वरिष्ठ अध्यापिका पद से सेवानिवृत्त शिक्षाविद् रही हैं। आप NCERT एवं SCERT नई दिल्ली की पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति की कार्यकारी सदस्य रही हैं।
मुख्य विशेषताएँ
- पुस्तक का आरंभ रोचक वरली शैली की चित्रकारी एवं परंपरागत लोक-गीत से किया गया है।
- वर्णमाला के ज्ञान की पुनरावृत्ति के पश्चात मात्राओं का ज्ञान शब्द-रचना के साथ कराया गया है।
- गीत रोचक होने के कारण जल्दी याद हो जाते हैं, इस मनोवृत्ति का ध्यान रखते हुए प्रत्येक मात्रा-ज्ञान के अंत में उस मात्रा के प्रयोग पर आधारित कविता दी गई है।
- लेखन-कौशल के विकास के लिए प्रत्येक स्वर और उसकी मात्रा के लिखने की व्रमिक विधि तथा सुलेख का अभ्यास भी कराया गया है।
- विभिन्न शिक्षा बोर्डों द्वारा निर्देशित योगासन और खेल-कूद की अनिवार्यता तथा भारत सरकार की फिट इंडिया योजना को ध्यान में रखते हुए ‘खुश रहिए, स्वस्थ रहिए’ (बॉडी फिट, माइंड हिट)’ शीर्षक के अंतर्गत योग और स्वास्थ्य के महत्व को स्पष्ट किया गया है।
- पुस्तक में सर्वत्र मानक वर्तनी का प्रयोग किया गया है।