प्रस्तुत व्याकरण श्रृंखला हिंदी व्याकरण सुधा, भाग ॥ से 8 (प्राथमिक एवं माध्यमिक कक्षाओं के लिए) बच्चों के कोमल हृदय व उनके प्रारंभिक ज्ञान को ध्यान में रखते हुए सरल एवं सहज रूप में हिंदी व्याकरण को उनके पास लाने का एक सार्थक प्रयास है।
अध्यापन पेशे से जुड़ी होने के कारण मैं हमेशा से व्याकरण की एक ऐसी पुस्तक की आवश्यकता को अनुभव करती थी, जो बच्चों के लिए उपयुक्त, सुग्राहय एवं सहायक हो। अतएवं अपने अध्यापकीय अनुभव को एक व्यवस्थित स्वरूप देकर इसे आपके
समक्ष प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक श्रृंखला राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, एन.सी.ई. आर.टी., नई दिल्ली दबारा प्रतिपादित राष्ट्रीय पाद्यचर्या की रूपरेखा (४.०.7.) के पूर्णतया अनुकूल है तथा अन्य राज्यों के शैक्षिक बोर्डों की संस्तुतियों एवं
आवश्यकताओं पर भी खरी उतरती है।
प्रस्तुत पुस्तक-श्रृंखला की विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
+ व्याकरण के व्यावहारिक ज्ञान पर विशेष बल दिया गया है और इसके लिए विश्लेषण को बोझिल न बनाकर इसकी मूल रचना के तत्वों का संज्ञानात्मक अनुप्रयोग सिखाया गया है।
+ भाषा, व्याकरण, वर्णमाला, शब्द, उनके भेद एवं शब्द-भंडार आदि सभी पाठ बच्चों की आवश्यकता, योग्यता एवं ग्रहण-क्षमता के अनुसार प्रस्तुत किए गए हैं।
+ दैनंदिन जीवन से संबद्ध अनेक उदाहरणों का सच्त्र प्रस्तुतीकरण ज्ञान को सरल एवं सुबोध बनाता है। इसे ध्यान में रखते हुए श्रृंखला कौ प्रस्तुति बच्चों को रटने के स्थान पर स्वतः समझने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
+ सामान्यतः यह देखा जाता है कि बच्चे हिंदी लेखन से दूर भागते हैं जिसके कारण उनकी रचनात्मकता व कल्पनाशक्ति की उड़ान को सही स्वरूप नहीं मिल पाता और अभिव्यक्ति में व्यवधान आ जाता है। इसमें रचना तत्वों की मूलभूत संकल्पनाओं को चित्र-बर्णन, संबाद लेखन, वाक्य-लेखन, अनुच्छेद-लेखन, पत्र-लेखन इत्यादि के रूप में सहजता से सँजोया गया है। यह प्रयास बच्चों में रचनात्मक व अभिव्यक्ति कौशल को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।
+ गतिविधियों जानिए, खेल-खेल में, हमने सीखा, कला समेकित गतिविधि के माध्यम से ज्ञानवर्धक तथ्यों की प्रस्तुति के साथ रोचकता बनाए रखने का प्रयास भी किया गया है।
+ श्रृंखला में व्याकरण की अवधारणाओं के सहज प्रकटीकरण के लिए अभ्यासों को कार्यपत्रक के रूप में पिरोया गया है।
+ श्रृंखला की पुस्तकों ([-5) के अंत में अलग-अलग पाठों पर आधारित “आओ दोहराएँ’ के अंतर्गत अभ्यास प्रश्नपत्र दिए गए हैं।