सुलेख लिखना एक कला है जो एक बार सध जाने पर जीवनभर साथ देती है। सुंदर लिखवट सभी को आकर्षित करती है। दूसरों के मोती जैसे अक्षर देखकर, सभी चाहते हैं कि हमारी लिखावट भी ऐसी ही हो।
मधुबन सुलेख पुस्तिकाओं की विशेषताएँ—
ये पुस्तिकाएँ क्रमिक विकास (graded) को ध्यान में रखकर वैज्ञानिक रूप से तैयार की गई हैं। इनमें बच्चों की रुचियों के अनुसार अनेक गतिविधियाँ और कौशल—बिंदु मिलाना, रंग भरना, चित्र बनाना, मिलान और तुलना करना, वर्ग-पहेली आदि हैं। इन पुस्तिकाओं में स्वर-व्यंजन और मात्राओं के बाद पहले संयुक्त व्यंजनों के सरल, फिर कठिन रूप सिखाए गए हैं। इस श्रृंखला में केवल यांत्रिक लेखन (mechanical writing) पर ही बन न देकर, ज्ञानवर्धक सामग्री के साथ-साथ मनोरंजन के लिए रुचिकर चित्रकथाएँ, चुटकुले, पहेलियाँ आदि भी दी गई हैं। लेखन के लिए विषय-चयन में विविधता का ध्यान रखा गया है। इससे शब्द, वाक्य, कविता, दोहे, वार्तालाप, प्रश्नोत्तर, पत्र, अनुच्छेद आदि लिखने का अभ्यास होगा और वर्तनी में शुद्धता आएगी। सभी पृष्ठ बहुरंगी, नयनाभिराम चित्रों से सुसज्जित है। स्वर, व्यंजन और मात्राओं के बाद संयुक्त और द्वित व्यंजन दिए गए हैं। बच्चों की रुचियों के अनुरूप अनेक गतिविधियाँ और कौशल भी सम्मिलित किए गए हैं। बिंदु मिलाना, रंग-भरना, चित्र बनाना, मिलान और तुलना करना, वर्ग-पहेली जैसी ज्ञानवर्धक और मनोरंजक सामग्री के साथ ही चित्रकथाएँ, चुटकुले, पहेलियाँ भरपूर मात्रा में दी गई हैं। मानक वर्तनी का प्रयोग किया गया है। लिखने के अभ्यास के अंतर्गत— शब्द, वाक्य, कविता, दोहे, वार्तालाप, प्रश्नोत्तर, पत्र, अनुच्छेद लेखन के लिए स्थान दिया गया है। परंपरागत और आधुनिक विषयों का समावेश किया गया है।