उत्कर्ष हिंदी पाठमाला वर्ष 2014 में प्रकाशित होनेवाली नवीन श्रृंखला है। इसमें C.B.S.E. तथा ICSE के सभी दिशानिर्देशों का पालन किया गया है। Learning Without Burden को ध्यान में रखते हुए यह पाठमाला Text-cum-workbook पद्धति पर तैयार की गई है। इस पाठमाला में परंपरा का निर्वाह और आधुनिकता का समावेश सहज ढंग से किया गया है।
राष्ट्रीय पाठ्यचर्या (N.C.F. 2005), N.C.E.R.T., C.B.S.E. तथा ICSE के दिशानिर्देशों के अनुरूप तैयार की गई इस पाठमाला में केंद्रीय हिंदी निदेशालय द्वारा निर्धारित मानक वर्तनी का उपयोग किया गया है। हिंदी साहित्य की विविध विधाओं का समावेश किया गया है। पुस्तक के आरंभिक पृष्ठों पर पाठ-मूल्यांकन, पाठ्यक्रम एवं अंक-विभाजन के साथ ही O.T.B.A. (Open Text Based Assessment) की विस्तृत जानकारी दी गई है। पाठों का निर्माण हिंदी सहित विभिन्न भारतीय और विदेशी भाषाओं की रचनाओं से किया गया है। प्रसिद्ध लेखकों की रचनाओं के साथ ही चर्चित एवं गणमान्य व्यक्तियों के जीवनोपयोगी प्रेरक-प्रसंग या लेख भी शामिल किए गए हैं। शिक्षार्थी रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से अपना विकास कर सकें इसलिए पाठों की संख्या अपेक्षाकृत कम रखी गई है। प्रवेशिका, भाग-1 और 2 में बहुरंगी सुंदर चित्रों द्वारा वर्णमाला और मात्राओं का ज्ञान कराया गया है। भाग-3 से भाग-8 तक प्रत्येक पाठ में Òआज का विचारÓ Valuable Thoughts के रूप में महान लोगों के सूक्तवाक्य और कहावतें शामिल की गई हैं।
पाठ-अभ्यास में VBQ, HOTS, M.I. और Web Links दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त सम-सामयिक विषयों पर अपठित गद्यांश, पद्यांश, लेखक-परिचय, मनोरंजक सामग्री, चिंतन तथा अध्ययन कौशलों का पर्याप्त समावेश किया गया है।
पाठों का आरंभ ‘आप जानते ही हैं’ उपशीर्षक से इस विश्वास के साथ किया गया है कि शिक्षार्थी पहले से ही बहुत कुछ जानते हैं। फिर ‘पाठ-प्रवेश’ के रूप में पाठ के पठन के प्रति जिज्ञासा का भाव जगाया गया है। पाठ समाप्ति पर ‘इस पाठ से हमने जाना’ उपशीर्षक के अंतर्गत पाठ के भाव-सार की आवृत्ति की गई है। अभ्यासों के अंत में ‘यह भी जानिए’ तथा ‘चलते-चलते’ शीर्षक के अंतर्गत कुछ अतिरिक्त जानकारियाँ दी गई हैं।