मधुबन शब्दार्थ कोश का निर्माण माध्यमिक कक्षाओं तक के विद्यार्थियों के शब्दज्ञान को ध्यान में रखकर किया गया है। इस कोश में प्रायः वे सभी शब्द और उनके अर्थ दिए गए हैं जो माध्यमिक स्तर तक की पाठ्यपुस्तकों में पढ़ने को मिलते हैं। इसका निर्माण करते समय यह भी ध्यान में रखा गया है कि यह कोश केवल शब्दों के अर्थ की जानकारी तक ही सीमित न रहे, बल्कि शिक्षार्थियों के लिए अन्य रूपों में भी उपयोगी सिद्ध हो। इसमें शाब्दिक अर्थ के साथ शब्द विशेष से जुड़ी अन्य जानकारियाँ और अंतिम 70 पृष्ठों पर पर्याप्त संख्या में मुहावरे और लोकोक्तियाँ भी अर्थ सहित दी गई हैं।
मधुबन शब्दार्थ कोश के आरंभ में ही शब्दकोश देखने की विधि बताई गई है। कोश में दिए गए शब्द की व्याकरणिक कोटि (पुल्लिंग, स्त्रीलिंग, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, क्रियाविशेषण, अव्यय, योजक आदि) और स्रोत (आगत, मिश्रित) का संकेत भी प्रत्येक शब्द के साथ दिया गया है। आमने-सामने के सभी दो पृष्ठों पर पहले और अंतिम शब्द का उल्लेख किया गया है। रेखा के ऊपर दिए गए ये शब्द यह संकेत दे देंगे कि शिक्षार्थी का इच्छित शब्द उन पृष्ठों पर है या नहीं।
मधुबन शब्दार्थ कोश में भी मधुबन की परंपरा के अनुरूप अक्षर बड़े आकार में रखे गए हैं ताकि शिक्षार्थियों को पढ़ने में असुविधा न हो। शब्द पृथक रंग में और अर्थ पृथक रंग में छापे गए हैं ताकि शब्दों को तलाशना और भी सरल हो सके।